चंदौली: इस बार प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना, थीम पर मनेगा विश्व पर्यावरण दिवस,प्लास्टिक प्रदूषण का बढ़ता विषैला ज्वार-ग्राम प्रधान डा. केशव मूर्ति

प्रथम पर्यावरण सम्मेलन में करीब 119 देशों ने लिया था हिस्सा

चंदौली। विश्व पर्यावरण दिवस हर साल 5 जून को मनाया जाता है। विश्व पर्यावरण दिवस को मनाने का उद्देश्य पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाना है। 1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा पहली बार विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को मनाया गया था। उसके बाद से हर साल इसी दिन यानी 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाने लगा।

विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की कैसे हुई शुरूआत

1972 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने पर्यावरण और प्रदूषण पर स्टॉकहोम स्वीडन में एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहला पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया था। जिसमें करीब 119 देशों ने हिस्सा लिया था। इसके बाद हर साल को 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस का महत्व पर्यावरण की रक्षा के लिए लोगों को प्रेरित और जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 5 जून को यह दिन मनाया जाता है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम अपने पर्यावरण की रक्षा करें और पेड़ पौधे काटने से बचें, इस दिन को मनाने की बड़ी वजह यह है कि लोगों को पर्यावरण के प्रति सचेत किया जा सकता है।

दरअसल दुनियाभर में लोगों की संख्या काफी बढ़ गई है और प्रदूषण में भी काफी बढ़ोतरी हुई है, और इसी वजह से विश्व पर्यावरण दिवस की शुरूआत की गई है। ताकि लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा सके। पर्यावरण दिवस की हर साल एक थीम रखी जाती है। इस साल की थीम प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना है।

प्लास्टिक प्रदूषण का बढ़ता विषैला ज्वार

चकिया विकास खंड के ग्राम पंचायत रामपुरा कला (बैरी) के ग्राम प्रधान डा. केशव मूर्ति ने कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण का बढ़ता विषैला ज्वार है। हम सभी को प्लास्टिक का उपयोग करने से परहेज करना होगा। हर व्यक्ति पर्यावरण दिवस पर एक-एक पेड़ जरूर लगाएं और पर्यावरण को बचाएं। बाजार व चट्टी चौराहे पर सामान खरीदने जाएं तो कपड़े का बैग लेकर अवश्य जाएं प्लास्टिक को दरकिनार करते हुए उपयोग करने से परहेज करें।

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